A Simple Key For sidh kunjika Unveiled
A Simple Key For sidh kunjika Unveiled
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शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम् ।
मां भगवती के इस पाठ को करने की विधि है उसका पालन जरूर करें. आइए जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः
इदंतु कुंजिकास्तोत्रं मंत्रजागर्तिहेतवे।
अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.
क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवि शां शीं शूं मे शुभं कुरु ।।
गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव get more info पार्वति।
This is prayer from the Kunjika which happens to be The key reason why for awakening. Oh Parvathi, continue to keep this shielded and kept top secret from those people who are not devotees.
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)